मऊ में नहीं उड़ सका सीएम योगी का हेलीकाप्टर, आननफानन करना पड़ा यह फैसला

 


मऊ में नहीं उड़ सका सीएम योगी का हेलीकाप्टर, आननफानन करना पड़ा यह फैसला


 


घोसी विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के प्रचार के लिए मऊ पहुंचे सीएम योगी आदित्यानाथ का हेलीकाप्टर वापसी में उड़ान नहीं भर सका। इसके पीछे विजिबिलिटी प्राब्लम को कारण बताया गया। ऐसे में सीएम को मऊ से गाजीपुर होते हुए वाराणसी तक सड़क मार्ग से ही ले जाने का फैसला हुआ। आनन फानन में तीनों जिलों की पुलिस को अलर्ट करते हुए सभी डायल 100 को हाइवे के उन रास्तों पर बुला लिया गया है जहां से सीएम को गुजरना है।


मऊ से वाराणसी तक रास्ते के सभी थानों को भी अलर्ट करते हुए हर चौराहे पर जवानों की तैनाती कर दी गई है। मऊ से वाराणसी की करीब 120 किलोमीटर की दूरी में कई स्थानों पर सड़क भी बारिश के कारण बेहद खराब है। ऐसे में अधिकारियों की घिग्घी बंधी हुई है। मऊ से वाराणसी के बीच कई स्थानों पर रेलवे की क्रासिंग भी आती है। उन्हें भी अलर्ट किया गया है। यह भी कहा गया है कि अगर ट्रेन आने में देरी हो तो गेट बंद कर काफिले को न रोका जाए। 


सीएम योगी आदित्यनाथ बुधवार की दोपहर पहले से निर्धारित जनसभा के लिए मऊ पहुंचे थे। सीएम  योगी करीब डेढ़ घंटे की देरी से कोपागंज के बापू इंटर कालेज स्थित जनसभा स्थल पर पहुंचे। यहां संबोधन के बाद सीएम को हेलीकाप्टर से ही वाराणसी जाना था। सभी समाप्त हुई तो पता चाल कि अंधेरा होने के कारण हेलीकाप्टर उड़ान नहीं भर सकेगा। इसके बाद आनन फानन में सड़क मार्ग से वाराणसी जाने का कार्यक्रम तय हुआ। 


मऊ से गाजीपुर होते हुए वाराणसी वाया महाराजगंज, जंगीपुर, सैदपुर, आशापुर होते हुए सीएम को वाराणसी ले जाने की योजना बनी। तत्काल रास्ते के सभी थानों को अलर्ट कर दिया गया। शहर में खड़ी डायल  100 की गाड़ियों को भी सीएम योगी के रूट पर बुला लिया गया। माना जा रहा है कि सीएम का काफिला 120 किलोमीटर की यह दूरी करीब ढाई घंटे में तय कर सकेगा।   
वाराणसी में रात्रि विश्राम के अलावा कई कार्यक्रमों में सीएम योगी को भाग लेना है।